सामान्य जानकारी
निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा विभाग
सामान्य जानकारी
विभाग, पुर्व में 'निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा विभाग' के रूप में जाना जाता था। 1964 में डॉ रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में स्थापित किया गया इसके बाद डॉ पी एन शर्मा, डॉ टी पी जैन, डॉ वी एन एस तोमर, डॉ एम आर सोंगरा, डॉ ए के भारद्वाज, डॉ एस सी माथुर, डॉ महेश शर्मा, डॉ रवींद्र मनोहर, डॉ अमिता कश्यप, डॉ कुसुम लता गौड़ और वर्तमान में डॉ कृष्ण कुमार मीणा विभागाध्यक्ष हैं।
मेडिकल और नर्सिंग छात्र और सेवारत चिकित्सको और पैरामेडिकल स्टाफ को योजना बनाने, मूल्यांकन करने और सामुदायिक संवेदनशीलता के समग्र उद्देश्य के साथ समुदाय में स्वास्थ्य को लागू करने और सभी के लिए स्वास्थ्य के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
महामारी विज्ञान, सांख्यिकी, योजना सहित स्वास्थ्य प्रबंधन; निगरानी / निगरानी; और मूल्यांकन, संचार और नेतृत्व और सामाजिक चिकित्सा इसके मूल विषय हैं।
वर्तमान में विभाग द्वारा हर साल 250 स्नातक, छह स्नातकोत्तर और छह डीपीएच (डिप्लोमा इन पब्लिक हेल्थ) छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है तथा सेवारत चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए आवश्यक प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं।
विभाग राज्य स्तर पर नीति निर्धारण और रणनीतिक निर्णयों में शामिल है और महामारी और 'आपदा' स्थितियों में तत्वरित प्रतिक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल है।
विभाग न केवल अपने स्वयं के अनुसंधान प्रस्तावों का अनुसरण कर रहा है, बल्कि संस्थान के अनुसंधान समीक्षा बोर्ड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।