सामान्य जानकारी
प्रसूति एवं स्त्रीरोग विभाग
विभाग के प्रमुख की बुनियादी जानकारी
नाम : प्रोफेसर भँवर सिंह मीणा
योग्यता: एम.बी.बी.एस., एम.एस. (स्त्री एवं प्रसूति रोग )
पता : ई 6, महिला चिकित्सालय परिसर, जयपुर
टेलीफोन न ० : 0141-2600242
मोबाइल न ० : 9414041614
फैक्स न ० : 01412614498
ईमेल : bhanwarshinghmina@gmail.com
प्रसूति एवं स्त्रीरोग विभाग के अन्तर्गत जनाना अस्पताल, जयपुर सन् 1931 में केवल 165 बैड्स के साथ शुरू किया गया था, यह सन् 1952 में एस.एम.एस. मेडिकल काॅलेज से जोडा गया तथा इसमें एम.बी.बी.एस. कोर्स चालू हुआ। पी.जी. पाठ्यक्रम एम.एस. सन् 1957 में शुरू किया गया जिसकी प्रथम विभागाध्यक्ष डाॅ. ई. पिटर्स थी। इसमें डी.जी.ओ. कोर्स सन् 1977 से प्रारम्भ किया गया।
विभाग से जनाना अस्पताल के अलावा महिला चिकित्सालय सन् 1987 में, गणगौरी अस्पताल सन् 2008 में एवं कांवटिया अस्पताल सन् 2016 मे जोडे गये। विभाग के निरन्तर विस्तार होने के कारण वर्तमान में विभाग में 17 यूनिटे कार्यरत है तथा बिस्तरों की संख्या 1195 है।
नवजात इकाई की शुरूआत सन् 1965 में एक कमरे में की गई थी जिससे लगातार बढते हुए वर्तमान में नवजात इकाई ने एक अलग ब्लाॅक का आकार ले लिया है। जनाना अस्पताल एवं महिला चिकित्सालय में प्रयोगशाला एवं ब्लड बैंक के लिये एक अलग ब्लाॅक उपलब्ध है।
जनाना अस्पताल (Obst & Gynae) को हाल ही में पूरी तरह से पुनः निर्मित करते हुए सुविधाओं को जोडा गया है जिससे एक नया ओ.पी.डी. ब्लाॅक, एक पी.जी. हाॅस्टल जिसमें 96 कमरे है जो झोटवाडा रोड पर अस्पताल के गेट के पास है।
विभाग में निरन्तर क्रमनोत्तर होने के कारण वर्ष 1917 से विभाग में प्रतिवर्ष 48 स्नातकोत्तर छात्रों को दिया जा रहा है तथा वर्तमान में विभाग में 144 स्नातकोत्तर छात्र/छात्राएं अध्ययनरत है।
स्त्रीरोग (गायनी) आउटडोर
विभाग के अधीन सभी चिकित्सालयों मे प्रतिदिन स्त्रीरोग के निदान हेतु प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक आउटडोर सेवाए दी जाती है तथा दोपहर 2.00 बजे पश्चात मरीजों के लिए इमरजेन्सी आउटडोर की सेवाएं निरन्तर चालू रहती है।
प्रसूति (ए.एन.सी.) आउटडोर
विभाग के अधीन सभी चिकित्सालयों मे प्रतिदिन गर्भाअवस्था वाली मरीजों के निदान एवं ईलाज के लिए प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक सेवाएं दी जाती है। यूनिवर्सल एच.आई.वी. स्क्रीनिंग भी प्रत्येक मरीज की की जाती है।
विषेषता केन्द्र
विभाग के अन्तर्गत जनाना अस्पताल एवं महिला चिकित्सालय में सोमवार से शनिवार तक विषेष मरीजों को स्पेषिलिटी क्लीनिक की सुविधाएं दी जाती है जिसमे विषेशतया बांझपन, ऐन्डोस्कोपी, हाई रिस्क प्रिगनेन्सी, केन्सर, कोल्पोस्कोपी, रजोनिवृती, गायनी एन्डोक्रायनोलोजी, किषोर अवस्था एवं पोस्ट नेटल केयर इत्यादि से सम्बन्धित मरीजों को सलाह व उपचार दिया जाता है।
परिवार कल्याण केन्द्र
विभाग में परिवार कल्याण केन्द्र सन् 1958 में शुरू किया गया जिसके अन्तर्गत मरीजों को प्रसव पूर्व एवं पश्चात में विभिन्न गर्भनिराध के साधनों की सलाह दी जाती है तथा लेप्रोस्कोपीक स्ट्रेलाइजेषन, एम.टी.पी. स्टेªलाइजेषन एवं एबडोमिनल स्ट्रेलाइजेशन किया जाता है। इसके साथ ही रिकेनेलाइजेशन की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
एस.टी.डी. एवं आर.टी.आई. क्लीनिक
विभाग के अन्तर्गत एस.टी.डी. और आर.टी.आई सेवाएं निरन्तर गतिशील है।
राज केयर आई.वी.एफ. सेन्टर, चरक भवन
चरक भवन मे राज केयर आई.वी.एफ. सेन्टर, असिस्टेड रिप्रोडेक्टिव टेक्नोलाॅजी की इकाई है, जिसमें आई.यू.आई. सेवाएं और आई.वी.एफ.-ई.टी. सेवाएं अक्टूबर 2009 से नियमित रूप से दी जा रही है।
राष्ट्रीय कार्यक्रम
विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रम भामाषाह योजना, जे.एस.एस.वाई., जे.एस.एस.के., एम.एन.डी.वाई., एम.एन.जे.वाई. और नई शुरू की गई लक्ष्य योजना (लेबर रूम क्वालिटी इम्प्रूवमेंट इनिषिएटिव) सफलतापूर्वक चल रहा है।
शिक्षण कार्यक्रम
सोमवार |
सेमिनार प्रोग्राम |
मंगलवार |
संकाय लेक्चर |
बुधवार |
केस प्रस्तुतिकरण |
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जनरल क्लब |
शनिवार |
प्रथम व द्वितीय शुक्रवार - इंटरैक्टिव लेक्चर तृतीय शुक्रवार - नियर मीस मॉर्टेलिटी चतुर्थ शुक्रवार - मेटरनल मोर्टेलिटी |
रेजिडेन्टस की अपने 3 वर्ष की कोर्स अवधी में प्रत्येक को पेरिफेरल पोस्टींग के अन्तर्गत निष्चेतन एवं नियोनेटल विभाग में 15-15 दिन के लिए एवं रेडियोडाइग्नोसिस, रेडियोथेरेेपी, जरनल सर्जरी, यूरोलोजी, मेडिकल आॅन्कोलोजी एवं सर्जीकल आन्कोलोजी विभाग में 7-7 दिन के लिए अध्ययन हेतु भेजा जाता है।
मेडिकल ऑफिसर्स हेतु प्रशिक्षण प्रोग्रामस
विभाग के अन्तर्गत नियमित रूप से सी.ए.सी., पी.पी.आई.यू.सी.डी. एव बी.ई.एम.ओ.सी. का प्रशिक्षण चिकित्सा अधिकारीयों हेतु आयोजित किया जाता है।