गतिविधियॉं
सार्वजनिक पुस्तकालयों से संबंधित कार्य
- सार्वजनिक पुस्तकालयों का संचालन
पंचायत समिति स्तर से लेकर राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय तक कुल 323 राजकीय सार्वजनिक पुस्तकालय संचालित हैं। मण्डल एवं जिला स्तर पर स्थापित पुस्तकालयों का प्रशासनिक एवं वित्तीय नियंत्रण विभाग के पास है (तहसील स्तर के पुस्तकालयों सहित)। पंचायत समिति मुख्यालय स्तर पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्थापित पुस्तकालयों का प्रशासनिक नियंत्रण माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन है। भाषा एवं पुस्तकालय विभाग द्वारा पंचायत समिति मुख्यालयों पर स्थापित पुस्तकालयों को पुस्तकें, फर्नीचर व पत्र-पत्रिकाओं की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।
- पुस्तकालयों के लिए भवन निर्माण
सार्वजनिक पुस्तकालयों के लिए पृथक पुस्तकालय भवन की आवश्यकता को पूर्ण करने हेतु विभाग ने 128 पंचायत समिति पुस्तकालयों के लिए नये भवनों का निर्माण कराया है। शेष में चरणबद्ध रूप से निर्माण प्रस्तावित है।
- पुस्तकालय भवनों की मरम्मत एवं आधुनिकीकरण
पुस्तकालय भवनों का विस्तार, मरम्मत एवं आधुनिकीकरण के कार्य भी विभाग द्वारा कराये जा रहे हैं। आधुनिकीकरण के अन्तर्गत इस वर्ष 20 पुस्तकालयों को प्रति पुस्तकालय एक लाख रूपये की राशि फोटोस्टेट मशीन/फर्नीचर क्रय हेतु उपलब्ध करायी गई है।
- पुस्तकालयों का कम्प्यूटराईजेशन
मण्डल एवं जिला स्तर तक पुस्तकालयों में कम्प्यूटर सुविधा प्रदान कर दी गई है। 47 सार्वजनिक पुस्तकालयों में कम्प्यूटर सुविधा उपलब्ध है। डॉ0 राधाकृष्णन् राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय एवं राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय अजमेर में वेब बेस्ड elibrary.rajasthan.gov.in सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है। 31 पुस्तकालयों में इन्टरनेट हेतु ब्रॉडबेण्ड की सुविधा प्रदान की गई है।
- पुस्तकालय जागरूकता अभियान
पाठकों को पुस्तकालय से अधिकाधिक जोड़ने के उद्देश्य से इन्हें साहित्यिक एवं सांस्कृतिक जन रूचि केन्द्र के रूप में स्थापित करते हुए विभाग ने पुस्तकालयों में ‘पुस्तकालय जागरूकता अभियान’ प्रारम्भ किया है। विभाग द्वारा घोषित कार्यक्रम पंचाग के अनुसार पुस्तकालयों द्वारा वर्ष पर्यन्त घोषित पंचागांनुसार महत्वपूर्ण दिवसों एवं जयन्तियों पर सेमीनार, संगोष्ठी, सम्मेलन एवं कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं। बाल पाठकों हेतु भी इसी प्रकार के आयोजन कर बाल लेखकों एवं साहित्यकारों से उनके संवाद हेतु कार्य किया जाता है।
वार्षिक कलैण्डर
1. 12 जनवरी - विवेकानन्द जयन्ती
2. 21 मार्च - विश्व कविता दिवस
3. 23 अप्रेल - विश्व पुस्तक दिवस
4. 7 मई - टैगोर जयन्ती
5. 22 मई - सार्वजनिक पुस्तकालय दिवस
6. 31 जुलाई - प्रेमचन्द जयन्ती
7. 9 अगस्त - रंगनाथन जयन्ती
8. 9 सितम्बर - भारतेन्दु दिवस
9. 14 सितम्बर - हिन्दी दिवस
10. 1 अक्टूबर - विश्व वयोवृद्ध दिवस
11. 14 नवम्बर - बाल दिवस
12. 5 दिसम्बर - विश्व पर्यावरण दिवस
13. 10 दिसम्बर - मानव अधिकार दिवस
14. माघ शीर्ष शुक्ल पंचमी - बसंत पंचमी
15. ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया - महाराणा प्रताप जयन्ती
16. श्रावण शुक्ल सप्तमी - तुलसी जयन्ती
17. माघ शीर्ष शुक्ल एकादशी - गीता जयन्ती
भाषा से संबंधित कार्य
- राजभाषा सम्पर्क अधिकारियों का मनोनयन
सभी विभागों में राजभाषा संपर्क अधिकारियों का मनोनयन कराना तथा राजभाषा संपर्क अधिकारियों से संपर्क एवं पत्र व्यवहार कर विभाग द्वारा जारी निर्देशों की पालना सुनिश्चित करना।
- हिन्दी आशुलिपिक प्रशिक्षण
राज्य सरकार के कार्यालयों में कार्यरत कार्मिकों को हिन्दी आशुलिपिक का दस माह का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यह प्रशिक्षण राजकीय विभागों में कार्यरत अंग्रेजी आशुलिपिक/वरिष्ठ लिपिक/कनिष्ठ लिपिक अथवा कनिष्ठ लिपिक पद की योग्यताधारी कर्मचारियों को आवेदन करने पर दिया जाता है। प्रशिक्षण उपरान्त इनकी परीक्षा आयोजित की जाकर उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को प्रमाण पत्र दिया जाता है।
- भाषा परिचय/भाषा विमर्श पत्रिका का त्रैमासिक प्रकाशन
विभाग द्वारा सन् 1972 से प्रकाशित होती आ रही पत्रिका ‘भाषा परिचय' को मार्च, 2006 से त्रैमासिक किया गया है। पत्रिका में हिन्दी साहित्य एवं हिन्दी भाषा पर उपयोगी रचनाएँ प्रकाशित की जा रही हैं। अब इस पत्रिका का प्रकाशन ‘‘भाषा विमर्श‘‘ के नाम से किया जा रहा हैं।
- हिन्दी दिवस समारोह
विभाग द्वारा प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को राज्य स्तरीय हिन्दी दिवस समारोह आयोजित किया जाता है। इस अवसर विभाग द्वारा प्रकाशित हिन्दी भाषा को प्रोत्साहित करने संबंधी सामग्री का विमोचन भी किया जाता है। समारोह में हिन्दी भाषा के विद्वान लेखक, साहित्यकार एवं गणमान्य नागरिक सम्मिलित होते हैं।
- राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान, कोलकाता की योजनाएँ
राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान, कोलकाता द्वारा सार्वजनिक पुस्तकालयों को निम्नांकित मदों में मैचिंग (राज्य अंशदान 40 प्रतिशत) एवं नॉन मैचिंग सहायता राशि अन्तर्गत सहायता प्रदान की जाती है।
सदृश (मैचिंग) योजनाएँ
1- पुस्तकों तथा अन्य पठन एवं दृश्य सामग्रियों के समृद्ध भंडार के निर्माण हेतु सहायता की सदृश योजना।
2- संगोष्ठियों, कार्यशालाओं, अभिविन्यास/पुनश्चर्या प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा पुस्तक प्रदर्शनियों के आयोजन के लिए सहायता की सदृश योजना।
3- पुस्तकों के भंडारण तथा प्रदर्शन के लिए सहायता की सदृश योजना।
4- राजकीयकृत केंद्रीय पुस्तकालयों से नीचे दर्जे के सार्वजनिक पुस्तकालयों को शैक्षिक उद्देश्यों के लिए टीवी-सह-वीसीपी सेट/पुस्तकालय के उपयोग हेतु कम्प्यूटर प्राप्त करने के लिए सहायता की सदृश योजना।
5- सार्वजनिक पुस्तकालयों को स्थान-वृद्धि के लिए सहायता की सदृश योजना
असदृश (नॉन मैचिंग) योजनाएँ
1- केंद्रीय चयन के माध्यम से पुस्तकों के समृद्ध भंडार के निर्माण हेतु सहायता की असदृश योजना।
2- राष्ट्रस्तरीय पुस्तकालय संगठनों द्वारा संगोष्ठी/सम्मेलन के आयोजन के लिए वित्तीय सहायता की असदृश योजना।
3- सार्वजनिक पुस्तकालय सेवाएँ प्रदान करने वाले स्वंयसेवी संगठनों को वित्तीय सहायता की असदृश योजना।
4- बाल पुस्तकालयों/बाल अनुभाग को सहायता की असदृश योजना।
5- सार्वजनिक पुस्तकालयों को शताब्दी वर्ष/125 वां वर्ष/150वां वर्ष/175वां वर्ष आदि समारोह मनाने के लिए वित्तीय असदृश सहायता की योजना।
इन योजनाओं की अधिक जानकारी के लिए वेबसाईट www.rrrlf.nic.in देखें।
· भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार की योजनाएँ
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा पुस्तकालयों को विविध योजनाओं के अन्तर्गत मैचिंग योजनाएँ (हिस्सा 75 : 25) अन्तर्गत सहायता प्रदान की जाती है। अधिक जानकारी के लिए वेबसाईट nationalarchives.nic.in पर Grants-in-Aid देखें।