Institution at a Glance
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान करौली, राजस्थान


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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान करौली, राजस्थान
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के निम्नलिखित उद्देश्य हैं -
1. जिले के राजकीय एवं निजी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रबन्धन एवं कक्षा-शिक्षण की गुणवत्ता में अभिवृद्धि करना।
2. विभिन्न प्रशिक्षणों, कार्यशालाओं एवं प्रसार कार्यक्रमो के माध्यम से शिक्षकों में व्यावहारिक दक्षता एवं प्रतिब़द्धता बढ़ाना।
3. पाठ्यक्रम की समझ विकसित करना तथा विषय वस्तु को स्थानीय परिवेश से जोड़ते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों हेतु उपयोगी अधिगम सामग्री का विकास करना।
4. शत प्रतिशत नामांकन एवं कक्षोन्नति युक्त ठहराव सुनिश्चित करने एवं कक्षा शिक्षण की गुणवत्तामें उत्तरोत्तर अभिवृद्धि हेतु विभिन्न प्रकार के अनुसंधान करना।
5. कक्षा शिक्षण में शैक्षिक नवाचारों के उपयोग हेतु शिक्षक को नवाचारों से जोड़ना।
6. शिक्षक में अनुसंधान के दृष्टिकोण का विकास एवं क्रियात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देना।
7. शिक्षण सहायक सामग्री का निर्माण व प्रयोग में बढ़ावा देना तथा टी.एल.एम. जो खरीदी गई है उसका भरपूर उपयोग करना।
8. राजकीय विद्यालय में बाल मित्र गतिविधियों को प्रोत्साहित करना।
9. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की बी.एस.टी.सी. कक्षाएँ वर्ष भर, मूल्यांकन, परीक्षाएं आदि का आयोजन करना ।
10. जिला आठवीं बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्था एवं संचालन करना ।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान करौली
(अ) डाईट का परिचयात्मक विवरण
1. स्थापना:- पुरानी एस.टी.सी. 1957 से
2. डाईट का प्रकार (अपग्रेड) अगस्त 1989-90
3. पता:- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, एन एच-11 बी कलेक्ट्री चैराहा करौली
4. दूरभाष:- 07464/250251
फैक्स नं:- 07464/250341 प्राइवेट कांटेक्ट (फैक्स मशीन डाईट मे उपलब्ध नही)
जिला मुख्यालय से दूरी:- जिला मुख्यालय पर
जिला कलेक्टर कार्यालय 0किलोमीटर पर
जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय 0किलोमीटर पर
5. इस संस्थान का परिक्षेत्र करौली जिले की समस्त प्राथमिक,उच्च प्राथमिक , माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षण संस्थाऐ है।
6. करौली शहर से डाईट करौली की दूरी- 2 किलोमीटर पर
रोडवेज वसस्टेण्ड- 2 किलोमीटर पर
दर्शनीय स्थल
1. श्रीमदनमोहन जी का मंदिर 2 किलोमीटर पर करौली शहर मे
2. श्री कैला देवी का मंदिर 23 किलोमीटर पर
3. श्रीमहावीर जी का जैन मंदिर 35 किलोमीटर पर
4. मेहंदरीपुर बालाजी 85 किलोमीटर पर
7. जयपुर से करौली तक पहुचने हेतु बस द्वारा , ट्रेन का साधन नही
वाया गंगापुर सिटी - 180किलोमीटर पर
वाया महुवा - 200 किलोमीटर पर
8. जपयुर से करौली तक बस निम्न स्थानो से चलती है:-
1. सिंधी कैम्प - सीधी सेवा
2. नारायण सिंह सर्किल - सीधी सेवा
3. ट्रान्सपोर्ट नगर घाट की दूनी - सीधी सेवा
9. जयपुर से करौली तक बस किराया - 150 रू प्रति सवारी रात्रिकालीन, सेवा नही है।
10. निकटतम रेल्वे स्टेशन -
1.गंगापुर सिटी - 35 किमी. जिला-स0माधोपुर मे।
2. हिण्डौन सिटी - 29 किमी. जिला- करौली मे
3.श्रीमहावीर जी -25 किमी. जिला7करौली मे
11. करौली जिले की जनसंख्या:- 1458248
12. लिंगअनुपात :- 861
13. करौली खनिज सम्पदा:- सेण्ड स्टोन,स्टोन-लाल एवं सफेद
14. करौली क्षेत्रफल 5530 वर्ग किलोमीटर(भौगोलिक)
15. रियासत पूर्व मे करौली रियासत थी।
16. साइंस डिग्री कालेज 1962 से
1- PRINCIPAL’S MESSAGE
प्रारम्भिक शिक्षा में सार्वजनीकरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा प्रारम्भिक शिक्षा के स्तर में गुणात्मक उन्नयन, नवाचार व शैक्षिक अनुसंधान में गत्यात्मकता के प्रयास हेतु जिला स्तर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) अपनी मुख्य भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
छब्थ् 2005 के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा में वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति एवं शिक्षण को जन आकांक्षाओं के अनुरूप उपलब्धिपरक बनाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षणों एवं कार्यगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है।
निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (2009) के प्रावधानानुसार 6-14 वर्ष के समस्त बालक बालिकाओं को गुणवत्ता युक्त निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने का कार्य राज्य सरकार व केन्द्र सरकार का है। इसके अन्तर्गत सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन (ब्ब्म्) के द्वारा बालकों को परीक्षा से भयमुक्त कर उनके सर्वांगीण विकास का रास्ता खोला गया है।
शिक्षा में गुणवत्ता, शिक्षक की गुणवत्ता के समानुपाती होती है। अतः शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु शिक्षक की व्यावसायिक क्षमता संवर्धन हेतु डाइट् द्वारा दो प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते है - सेवापूर्व एवं सेवारत प्रशिक्षण। जैसा की स्पष्ट है सेवा पूर्व प्रशिक्षण द्वारा भावी शिक्षक तैयार होते हैं तथा शिक्षण में अनुभूत कठिनाइयों को दूर कर नवीनतम शिक्षण कौशल से परिचित करा कर शिक्षण को सरल एवं प्रभावी बनाने हेतु सेवारत प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाता है।
शिक्षकों की व्यावसायिक दक्षता में अभिवृद्धि करने, कौशलों के संवर्द्धन, शिक्षा में विभिन्न नवाचारों, नवीन आयामों, शिक्षण विधियों एवं पद्धतियों से अवगत कराने, सेवारत प्रशिक्षण, कार्यगोष्ठी व प्रसार कार्यक्रमों में राज्य स्तर पर एकरूपता रखने हेतु संस्थान स्तर पर वार्षिक पंचांग का निर्माण किया जाकर राज्य की सभी डाइट्स को पे्रषित किया जाता है। इसकी मूल भावना इन कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को संबल प्रदान करना है ताकि वे नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा के अपेक्षित लक्ष्यों को प्राप्त कर सके। राज्य स्तर पर निर्मित इस पंचाग के आधार पर करौली जिले की आवश्यकताओं को सम्मिलित करके डाइट ने अपना वार्षिक पंचाग तैयार किया है।
2.MISSION & VISION :
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के निम्नलिखित उद्देश्य हैं -
1. जिले के राजकीय एवं निजी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रबन्धन एवं कक्षा-शिक्षण की गुणवत्ता में अभिवृद्धि करना।
2. विभिन्न प्रशिक्षणों, कार्यशालाओं एवं प्रसार कार्यक्रमो के माध्यम से शिक्षकों में व्यावहारिक दक्षता एवं प्रतिब़द्धता बढ़ाना।
3. पाठ्यक्रम की समझ विकसित करना तथा विषय वस्तु को स्थानीय परिवेेश से जोड़ते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों हेतु उपयोगी अधिगम सामग्री का विकास करना।
4. शत प्रतिशत नामांकन एवं कक्षोन्नति युक्त ठहराव सुनिश्चित करने एवं कक्षा शिक्षण की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर अभिवृद्धि हेतु विभिन्न प्रकार के अनुसंधान करना।
5. कक्षा शिक्षण में शैक्षिक नवाचारों के उपयोग हेतु शिक्षक को नवाचारों से जोड़ना।
6. शिक्षक में अनुसंधान के दृष्टिकोण का विकास एवं क्रियात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देना।
7. शिक्षण सहायक सामग्री का निर्माण व प्रयोग में बढ़ावा देना तथा टी.एल.एम. जो खरीदी गई है उसका भरपूर उपयोग करना।
8. राजकीय विद्यालय में बाल मित्र गतिविधियों को प्रोत्साहित करना।
9. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की बी.एस.टी.सी. कक्षाएँ वर्ष भर, मूल्यांकन, परीक्षाएं आदि का आयोजन करना ।
10. जिला आठवीं बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्था एवं संचालन करना ।